उस दिन अरुण सर काफी गुस्से में दिख रहे थे। मैंने पहले कभी भी उन्हें इतना नाराज़ नहीं देखा था। अपनी मार्केटिंग टीम पर बहुत गुस्सा कर रहे थे। मैंने उनके साथ आज से लगभग ९ साल पहले भी काम किया था लेकिन तब के अरुण सर और आज के अरुण सर में बहुत अंतर […]
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श्यामली
श्यामली … माँ-बाबा ने जब ये नाम मेरे लिए चुना होगा, तब ये नहीं सोचा होगा की इस तरह से ये नाम मेरा जीवन बन जायेगा | आज भी जब वो दिन याद आता है, तो मन दहल जाता है | मैं उस समय १४ बरस की होंगी | रात का समय था, बाबा की […]
चूड़ियाँ
राधिका चाय का कप लेकर बालकनी में गयी ही थी कि नीचे से आती एक आवाज ने उसका ध्यान अपनी और खींचा | राधिका ने ध्यान से देखा तो वो मीना ही थी | उसे देख कर राधिका बहुत खुश हुई | कुछ महीनो पहले मीना का पति राधिका की कॉलोनी में चूड़ियाँ बेचने आया […]